किणु संग खेलू होली, किणु संग खेलू होली
पिया तज गये हैं अकेली, किणु संग खेलू होली
पिया तज गये हैं अकेली, किणु संग खेलू होली
पिया तज गये हैं अकेली, किणु संग खेलू होली
माणिक मोती सब हम छोड़े
माणिक मोती सब हम छोड़े गल में पहनी सेली
भोजन भवन भलो नही लागे
भोजन भवन भलो नही लागे, पिया कारण भये रगेली
मुझे दुरी क्यूँ म्हेली
पिया तज गये हैं अकेली, किणु संग खेलू होली
अब तुम प्रीत अवरु सो जोड़ी हमसे करी क्यू पहेली
अब तुम प्रीत अवरु सो जोड़ी हमसे करी क्यू पहेली
बहु दिन बीते आजहू ना आये, लग रही तालाबेली
कीणू बिल माये हेली
पिया तज गये हैं अकेली, किणु संग खेलू होली
श्याम बिना जियड़ों मुरझावे
श्याम बिना जियड़ों मुरझावे जैसे जल बिन बेली
मीरा को प्रभु दर्शन दीजो
मीरा को प्रभु दर्शन दीजो, मैं तो जनम जनम की चेली
दर्श बिना खड़ी दुहेली
पिया तज गये हैं अकेली, किणु संग खेलू होली