लोगों से भी होती हैं खतायें
लोगों से भी होती हैं खतायें
औरों से भी होती हैं ज़फाएँ
हम जैसी मगर दुनिया में
हम जैसी मगर दुनिया में
किसी को भी सज़ाएँ नहीं होतीं
कई मांओं के बच्चे नहीं होते
कई बच्चों की माएं नहीं होतीं
किसी को फूल मिले किसी को धुल
सब की क़बूल दुआएँ नहीं होतीं
कई मांओं के बच्चे नहीं होते
कई बच्चों की माएं नहीं होतीं
किसी को फूल मिले किसी को धूल