कोई अजनबी सा वो इंसान था
मेरे दिल में कल रात मेहमान था
बड़ा दिल रुबा था बेईमान था
मोहब्बत की मुझको सजा दे गया
मोहब्बत की मुझको सजा दे गया
किसी और का वो जालिम पता दे गया
दगा दे गया मेरा यार करके प्यार
कहा ढूढूं कहा जाऊ कहा ढूढूं कहा जाऊ
कहा ढूढूं कहा जाऊ कहा ढूढूं कहा जाऊ
बातों बातों में चांदनी रातों में चंद मुलाकातों में
मेरे दिल पे नजर की छुरी चल गयी
मेरे दिल पे नजर की छुरी चल गयी
में तो इस आग में जल गयी जल गयी
में तो इस आग में जल गयी जल गयी
में तडपती रहु बाद दुआ दे गया
दिल के शोलो को आकर हवा दे गया
दगा दे गया मेरा यार करके प्यार
कहा ढूढूं कहा जाऊ कहा ढूढूं कहा जाऊ
कहा ढूढूं कहा जाऊ कहा ढूढूं कहा जाऊ
आने जाने में ऐसे ज़माने में मौसम सुहाने में
में तो मस्ती में थी खाक मै जानती
में तो मस्ती में थी खाक मै जानती
होश होता तो हरगिज न मै मानती
होश होता तो हरगिज न मै मानती
जाने क्या ले गया और क्या दे गया
दर्द वो दे गया या दवा दे गया
दगा दे गया मेरा यार करके प्यार
कहा ढूढूं कहा जाऊ कहा ढूढूं कहा जाऊ