एक तस्वीर एक मूरत है
हाय वो कितनी खुबसूरत है
लागी उनकी सुरतिया कुछ ऐसी भली
लागी उनकी सुरतिया कुछ ऐसी भली
जैसे कौए की चोंच में अनार की कली
जैसे कौए की चोंच में अनार की कली
बाते वो करते है ऐसी कमाल की
जैसे उमरिया हो पंद्रह साल की
बाते वो करते है ऐसी कमाल की
जैसे उमरिया हो पंद्रह साल की
सोच ले सोच ले निकले चोंचले
इसी लिए तो कही दाल न गले
लागी उनकी सुरतिया कुछ ऐसी भली
जैसे कौए की चोंच में अनार की कली
चिपकू भी ऐसे के जाने का नाम न ले
घडी है बांध रखी लेकिन काम न ले
चिपकू भी ऐसे के जाने का नाम न ले
घडी है बांध रखी लेकिन काम न ले
जहा भी थम गए
समझो के जम गए
दिन से रात हुई
रात सी ढली
लागी उनकी सुरतिया कुछ ऐसी भली
जैसे कौए की चोंच में अनार की कली
रखते है तजुर्बा वो हर बात का
देखंगे दरवाजा कभी हवालात का
मुफत का बंगला बहार जंगला
खाएँगे बैठे बैठे मुंग की फली
लागी उनकी सुरतिया कुछ ऐसी भली
जैसे कौए की चोंच में अनार की कली
जैसे कौए की चोंच में अनार की कली