मैं जागूँ सारी रैन, सजन तुम सो जाओ
सो जाओ सो जाओ
गीतों में छुपा लूँ बैन, सजन तुम सो जाओ
सो जाओ सो जाओ
फ़ीकी पड़ गई चाँद की ज्योति
धुन्दले हो गए दीप गगन के
फ़ीकी पड़ गई चाँद की ज्योति
धुन्दले हो गए दीप गगन के
सो गईं सुन्दर सेज की कलियाँ
सो गए खिलते भाग दुल्हन के
खुल कर रो लें नैन
हो ओ ओ खुल कर रो लें नैन
सजन तुम सो जाओ
सो जाओ सो जाओ
जाग के सो गई तन की अग्नि
बढ़ कर थम गई मन की हलचल
जाग के सो गई तन की अग्नि
बढ़ कर थम गई मन की हलचल
अपना घूँघट आप उलटकर
खोल दी मैंने पाँव की छागल
अब है चैन ही चैन
हो ओ ओ अब है चैन ही चैन
सजन तुम सो जाओ
सो जाओ सो जाओ
मैं जागूँ सारी रैन, सजन तुम सो जाओ
सो जाओ सो जाओ
सो जाओ ह्म ह्म ह्म