मैं सदके जाऊ मेरे साइयां तुम आये तो हो
मैं सदके जाऊ मेरे साइयां तुम आये तो हो
मैं सदके जाऊ
जिद्द टूट गयी इंकार की रुत जाग उठी दीदार की
जिद्द टूट गयी इंकार की रुत जाग उठी दीदार की
तुम आज मेरे नजदीक हो
यही जीत है मेरे प्यार के
दिल लेके हम देके शरमाये तो हो मैं सदके जाऊ
मेरे साइयां तुम आये तो हो
मैं सदके जाऊ
तुम मेरा हसीं अरमान हो एक खोई हुई पहचान हो
तुम मेरा हसीं अरमान हो एक खोई हुई पहचान हो
कल गैरों के मेहमान थे आज इस घर के मेहमान हो
दुनिआ के दुःख पाके घबराये तो हो
मैं सदके जाऊ मेरे साइयां तुम आये तो हो
मैं सदके जाऊ
मेरे दिल पे तुम्हारा हाथ है कैसे पिघली हुई ये रात है
मेरे दिल पे तुम्हारा हाथ है कैसे पिघली हुई ये रात है
कल तक जो रत मगरूर थी वो सोख भरी सौगात है
तरसते तड़पके पछताये तो हो
मैं सदके जाऊ मेरे साइयां तुम आये तो हो
मैं सदके जाऊ मेरे साइयां तुम आये तो हो
मैं सदके जाऊ