Back to Top

Lata Mangeshkar - Mashook Apne Shabab Mein Lyrics



Lata Mangeshkar - Mashook Apne Shabab Mein Lyrics
Official




माशूक अपने शबाब मे
करते है परदा हिजाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे
हो माशूक अपने शबाब मे
करते है परदा हिजाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे

देखो ज़रा शर्मीले बलम को
आ आ आ देखो ज़रा शर्मीले बलम को
यू देखता है मूवा घूँघट से हमको
जी चाहता है हम इस शरम को
हो जी चाहता है हम इस शरम को
पी ले मिला कर शराब मे
पी ले मिला कर शराब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे

क्या हो गया इनको ना जाने ना जाने
हाए क्या हो गया है इनको ना जाने
तस्वीरो जैसे चुप है दीवाने
हमने दिए है कितने ही ताने
हा हमने दिए है कितने ही ताने
कुछ तो कहो तुम जवाब मे
जी हा कुछ तो कहो तुम जवाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे

आ आ आ
अब काम अपना ये कर रहे है
नाज़ुक हसीनो से डर रहे है
मारे शरम के ये मर रहे है
सोचा ना था ये ख्वाब मे
सोचा ना था ये ख्वाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे
हो माशूक अपने शबाब मे
करते है परदा हिजाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




माशूक अपने शबाब मे
करते है परदा हिजाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे
हो माशूक अपने शबाब मे
करते है परदा हिजाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे

देखो ज़रा शर्मीले बलम को
आ आ आ देखो ज़रा शर्मीले बलम को
यू देखता है मूवा घूँघट से हमको
जी चाहता है हम इस शरम को
हो जी चाहता है हम इस शरम को
पी ले मिला कर शराब मे
पी ले मिला कर शराब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे

क्या हो गया इनको ना जाने ना जाने
हाए क्या हो गया है इनको ना जाने
तस्वीरो जैसे चुप है दीवाने
हमने दिए है कितने ही ताने
हा हमने दिए है कितने ही ताने
कुछ तो कहो तुम जवाब मे
जी हा कुछ तो कहो तुम जवाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे

आ आ आ
अब काम अपना ये कर रहे है
नाज़ुक हसीनो से डर रहे है
मारे शरम के ये मर रहे है
सोचा ना था ये ख्वाब मे
सोचा ना था ये ख्वाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे
हो माशूक अपने शबाब मे
करते है परदा हिजाब मे
कैसा ज़माना आया देखो
के देखो आशिक खड़े है नकाब मे
[ Correct these Lyrics ]
Writer: ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Lata Mangeshkar - Mashook Apne Shabab Mein Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet