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Mitti Se Khelte Ho Bar-Bar Kisliye Video (MV)






Lata Mangeshkar - Mitti Se Khelte Ho Bar-Bar Kisliye Lyrics
Official




मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
टूटे हुए खिलौनों से प्यार किसलिए
टूटे हुए खिलौनों से प्यार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए

बनाके ज़िंदगानियाँ बिगाड़ने से क्या मिला
मेरी उम्मीद का जहाँ
मेरी उम्मीद का जहाँ उजाड़ने से क्या मिला
आई थी दो दिनों की ये बहार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए

ज़रा-सी धूल को हज़ार रूप नाम दे दिए
ज़रा-सी जान सर पे सात आसमान दे दिए
बरबाद ज़िंदगी का ये सिंगार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए

ज़मीन ग़ैर हो गई, ये आसमाँ बदल गया
हवा के रुख़ बदल गए
हवा के रुख़ बदल गए हर एक फूल जल गया
बजते हैं अब ये साँसों के तार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
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मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
टूटे हुए खिलौनों से प्यार किसलिए
टूटे हुए खिलौनों से प्यार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए

बनाके ज़िंदगानियाँ बिगाड़ने से क्या मिला
मेरी उम्मीद का जहाँ
मेरी उम्मीद का जहाँ उजाड़ने से क्या मिला
आई थी दो दिनों की ये बहार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए

ज़रा-सी धूल को हज़ार रूप नाम दे दिए
ज़रा-सी जान सर पे सात आसमान दे दिए
बरबाद ज़िंदगी का ये सिंगार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए

ज़मीन ग़ैर हो गई, ये आसमाँ बदल गया
हवा के रुख़ बदल गए
हवा के रुख़ बदल गए हर एक फूल जल गया
बजते हैं अब ये साँसों के तार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
मिट्टी से खेलते हो बार-बार किसलिए
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Writer: SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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