आ आ आ आ आ आ
मुझे ऐसा मिला मोती
ऐसा मोती कोई सागर मे ना होगा
मुझे ऐसा मिला मोती
ऐसा मोती कोई सागर मे ना होगा
मुझे ऐसा मिला तारा
ऐसा तारा कोई अंबर मे ना होगा
तन जिसका है मनभावन
मन जिसका पावन पावन
तन जिसका है मनभावन
मन जिसका पावन पावन
ऐसे वो मिला जैसे की मिले
प्यासी धरती को सावन
मुझे ऐसा मिला मोती
ऐसा मोती कोई सागर मे ना होगा
मुझे ऐसा मिला तारा
ऐसा तारा कोई अंबर मे ना होगा
महलों से में कब मानी
दौलत को ना दौलत जानी
महलों से में कब मानी
दौलत को ना दौलत जानी
सारा ही जहा सूरत देखे
में सीरत की दीवानी
मुझे ऐसा मिला मोती
ऐसा मोती कोई सागर मे ना होगा
मुझे ऐसा मिला तारा
ऐसा तारा कोई अंबर मे ना होगा
वो जफ़ा करे सह लूँगी
वो गीला करे सह लूँगी
वो जफ़ा करे सह लूँगी
वो गीला करे सह लूँगी
जिस हाल मे वो रखे मुझको
उस हाल मे में रह लूँगी
मुझे ऐसा मिला मोती
ऐसा मोती कोई सागर मे ना होगा
मुझे ऐसा मिला तारा
ऐसा तारा कोई अंबर मे ना होगा
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म