[ Featuring ]
नहीं जहान में नादान कोई हम सा भी
नहीं जहान में नादान कोई हम सा भी
वफ़ा के नाम पे बेकार दिल दुखा बैठे
हमारे प्यार की मजबूरिया कोई देखे
हमारे प्यार की मजबूरिया कोई देखे
खुद अपने आपको हम बेवफा बना बैठे
हम अपने शौक की डाली सजा रहे थे अभी
हम अपने शौक की डाली सजा रहे थे अभी
हसींन ख्वाबो के तिनके बिछा रहे थे अभी
तन के शोले कुछ ऐसे जगाये दुनिया ने
भरी बहार में हम आशिया जला बैठे
वफ़ा के नाम पे बेकार
दिल दुखा बैठे
लगा है ज़ख़्म वो दिल
पर के भर सके न कभी
लगा है ज़ख़्म वो दिल
पर के भर सके न कभी
किया वो दोस्त ने दुश्मन
जो कर सके न कभी
किसी को क्यों कहे यारो
हम ही से भूल हुई
हसींन जान के पत्थर
से दिल लगा बैठे