[ Featuring Minoo Purushottam ]
यार ही मेरा कपडा लत्ता
यार है मेरा गहना
यार मिले तो इज़्ज़त समझूं
कजरी बन कर रहना
हूँ हूँ नी मैं यार मनना नई चाहे लोग बोलियाँ बोले
नी मैं यार मनना नई चाहे लोग बोलियाँ बोले
नी मैं यार मनना नई चाहे लोग बोलियाँ बोले
मैं तो बाज़ न आना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
मैं तो बाज़ न आना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
हो मुखडा उस का चाँद का टुकड़ा कद्द सरु का
मुखड़ा उस का चाँद का टुकड़ा कद्द सरु का बूटा
उसकी बांह का हर हल कोरा लगता स्वर्ग का जूता
नी मैं यार मनना नई चाहे लोग बोलियाँ बोले
मैं तो बाज़ न आना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
यार मिले तो
ओ यार मिले तो जग क्या करना यार बिना जग सूना
यार मिले तो जग क्या करना यार बिना जग सूना
जग के बदले यार मिले तो यार का मोल दूँ दूना
मैं तो नै शरमाना नि मैं तो नै शरमाना नि
चाहे लोग बोलियाँ बोले चाहे लोग बोलियाँ बोले
मैं तो सेज सजाना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
मैं तो सेज सजाना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
थिरक रही मेरे पैर की झांझर
झनक रहा मेरा चूडा
थिरक रही मेरे पैर की झांझर
झनक रहा मेरा चूडा
उड़ उड़ जाए आँचल मेरा खुल खुल जाए जुड़ा
नी मैं यार मनना नई चाहे लोग बोलियाँ बोले
मैं तो बाज़ न आना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
बैठ अकेली
हो बैठ अकेली करती थी मैं दीवारों से बातें
बैठ अकेली करती थी मैं दीवारों से बातें
आज मिला वो यार तो बस गई फिर से सूनी रातें
मैं तो झुमर पाना नि मैं तो झुमर पाना नि
चाहे लोग बोलियाँ बोले चाहे लोग बोलियाँ बोले
नच के यार रिझाना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
नच के यार रिझाना नई चाहे ज़हर सौतने घोले
बिछड़े यार ने फेरा डाला प्रीत सुहागण हुई
बिछड़े यार ने फेरा डाला प्रीत सुहागण हुई
आज मिली जो दौलत उस का मोल ना जाने कोई
नी मैं यार मनना नई चाहे लोग बोलियाँ बोले
मैं तो बाज़ न आना नई चाहे ज़हर सौतने घोले