ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
नीलम के नभ छाई पुखराजी झाँकी
मेरे तो नैनों में किरणों के पाखी
पाती की गोदी में सोई थी एक कली
कैसे सोई होगी कली
जैसे सोई मेरी लली
कली हिली
ऊँ हूँ
कली डुली
ना ना
घुली-घुली बैंजनिया सपनों में एक कली
इतने में मोर-पंख परस हुआ
घुली-घुली बैंजनिया सपनों में एक कली
इतने में मोर-पंख परस हुआ
कहाँ-कहाँ पे छुआ री
जरा इसे तो बता री
गालों पर
ऊँ हूँ
बालों पर
ना ना
इतने में मोर-पंख परस हुआ पलकों पर
जादू से फूल बनी इक कली चम्पा की
सच इसके नैनों में किरणों के पाखी
सच इसके नैनों में किरणों के पाखी
चम्पा के पाँवों में घुँघरू उग आये
चम्पा के पाँवों में घुँघरू उग आये
टहनी ने ताल दिया
थिरक-थिरक लहराये
भँवरे का गंध-गीत सात सुरों वाला
हूँ हूँ हूँ
संत आने का होश किसे बाकी
हम सबके नैनों में किरणों के पाखी(आ आ आ)
हम सबके नैनों में किरणों के पाखी(आ आ आ)
हम सबके नैनों में किरणों के पाखी(आ आ आ)