एह चले गये
वो तो मज़ाक कर रहे थे मालूम हे
चल मैदान सॉफ हो गया चले गये यहाँ से
मैं नही जाऊंगी
तू नही जाएगी तो मे जाऊँगा
मैं भी साथ चलूंगी
मैं अकेले ही जाऊँगा
राजू
हो राजा सैया आती हु मै भी
रुक जाना अकेले जाना न
हो राजा सैया आती हु मै भी
रुक जाना अकेले जाना न
चलोगे संग तोह आँचल की छइया डार दूँगी
रुकोगे तुम तोह तन मन को तुम पे वार दूंगी
चलोगे संग तोह आँचल की छइया डार दूँगी
रुकोगे तुम तोह तन मन को तुम पे वार दूंगी
तुम्हारी हूँ मै पिया हमसे कतराना न
हो राजा सैया आती हु मै भी रुक जाना अकेले जाना न
हो राजा सैया आती हु मै भी रुक जाना अकेले जाना न
न होवे ऐसा कोई गौरि तेरी और देखे
लगा के नेह कोई जादूगर न दूर फेंके
न होवे ऐसा कोई गौरि री और देखे
लगा के नेहा कोई जादूगरनी डोर फेंके
बुरी है दुनीया राहों में लुट जाना न
हो राजा सैया आती हु मै भी रुक जाना अकेले जाना न
हो राजा सैया आती हु मै भी रुक जाना अकेले जाना न
बड़े नादाँ हो अपनों से नाता तोड़ते हो
कलाई मोरी बेदरदी काहे मोड़ते हो
बड़े नादाँ हो अपनों से नाता तोड़ते हो
कलाई मोरी बेदरदी काहे मोड़ते हो
पुकारे हंस के तुमको कोई दीवाना न
हो राजा सैन्य आती हु मै भी रुक जाना अकेले जाना न
हो राजा सैया आती हु मै भी रुक जाना अकेले जाना न