पानी पानी रे खारे पानी रे
पानी पानी रे खारे पानी रे
नैनों में भर जा
नींदें खाली कर जा
पानी पानी रे खारे पानी रे
पानी पानी रे खारे पानी रे
नैनों में भर जा
नींदें खाली कर जा
पानी पानी इन पहाड़ों की ढलानों से उतर जाना
धुआं धुआं कुछ वादियाँ भी आएँगी गुज़र जाना
इक गाँव आएगा मेरा घर आएगा
जा मेरे घर जा
नींदें खाली कर जा
ये रुदाली जैसी रातें जगरातों में बिता देना
मेरी आँखों में जो बोलनी के पाखे को उड़ा देना
बर्फों में लगे मौसम पिघले
मौसम हरे कर जा
नींदें खाली कर जा
पानी पानी रे खारे पानी रे
पानी पानी रे खारे पानी रे
नैनों में भर जा
नींदें खाली कर जा