परदेशी ने लत उलझाई रे
परदेशी ने लत उलझाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
परदेशी ने लत उलझाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
हो कहा जाके नज़र टकराई रे
दोनो हाथो मे दर्पण थाम के
दोनो हाथो मे दर्पण थाम के
मुझको थामो गयी रे मैं तो काम से
गयी रे मैं तो काम से
काली काली सी गोरी गोरी सी
बदली आँखो मे छाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
परदेशी ने लत उलझाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
चुपके चुपके पुकारे जिया आओ रे
चुपके चुपके पुकारे जिया आओ रे
फिर सजन की गली को चल बावरी
गली को चल बावरी
बोले रुक रुक के डोलू झुक झुक के
मोरे राम ढुहाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
परदेशी ने लत उलझाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
दर यही है कही ना कोई जान ले
दर यही है कही ना कोई जान ले
खोई खोई नज़र पहचान ले
नज़र पहचान ले
मुखड़ा मैला है कजरा फैला है
जब से आँख लगाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
परदेशी ने लत उलझाई रे
कहा जाके नज़र टकराई रे
हो कहा जाके नज़र टकराई रे