रूठा हुवा चंदा है
रूठी हुई चांदनी
रूठा हुवा चंदा है
रूठी हुई चांदनी
तुम ही कहो कौन मनाये जी
रूठा हुवा कंहा है
रूठी हुई बांसुरी
रूठा हुवा कंहा है
रूठी हुई बांसुरी
कैसे कोई गीत सुनाये जी
रूठा हुवा चंदा है
रूठी हुई चांदनी
रूठा हुवा चंदा है
रूठी हुई चांदनी
प्रीत का सौदा प्रीत से कीजिये
प्रीत का सौदा प्रीत से कीजिये
जैसा दिल लिया है वैसा दिल दीजिये
जी वैसे दिल दीजिये
दिल तोह कुछ और कहे
नैना कुछ और ही
कैसे कोई प्रीत निभाए जी
कैसे कोई प्रीत निभाए जी
रूठा हुवा चंदा है
रूठी हुई चांदनी
रूठा हुवा चंदा है
रूठी हुई चांदनी
देखो जी हट गयी कारी बदरिया
देखो जी हट गयी कारी बदरिया
चमका है चाँद फिर
बजी बंसुरिया जी बजी बंसुरिया
दिल तो है मनन गए
जिद है मगर प्यार की
पहले किसे कौन बुलाये जी
पहले किसे कौन बुलाये जी
पहले किसे कौन बुलाये जी