रोते रोते गुज़र गयी
रोते रोते गुज़र गयी रात रे
आई याद तेरी हर बात रे
रोते रोते गुज़र गयी
नीद भी मेरी न मेरी हो सकी
रोके शबनम भी न ये गम ढो सकीय
थी मै तेरी पर न तेरी हो सकी
रोते रोते गुज़र गयी रात रे आई याद तेरी हर बात रे रोते रोते गुज़र गयी
ख़्वाब की दुनिया उजड़कर रह गयी
छीन ली सूरज ने घर की रोशनी
चाँद से होती है दुर अब चाँदनी
रोते रोते गुज़र गयी रात रे आई याद तेरी हर बात रे रोते रोते गुज़र गयी
प्यार की घड़ियाँ बहुत याद आएगी
याद आकर रात दिन तड़पायेगी
तुमको ये तन्हाईयाँ दस जायेगी
रोते रोते गुज़र गयी रोते रोते गुज़र गयी रात रे आई याद तेरी हर बात रे रोते रोते गुज़र गयी