Back to Top

Sham-E-Furqat Ka Dhal Gaya Saya Video (MV)






Lata Mangeshkar - Sham-E-Furqat Ka Dhal Gaya Saya Lyrics
Official




[ Featuring Prem Nath ]

सितारे डूबने लगे हाय सिसकियाँ ले कर
चिराग बुझने लगे हाय हिचकियाँ ले कर
ओ ओ

कोयल खडक के मस्त करे जब अलाप से
दिल के वलवले दब जायेंगे तबले की थाप

शाम इ फुरक़त शमे फुरकर का ढल गया सया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे

मेरी अदा सबसे जुद लोग हुए मुझपे फ़िदा
नूर न देखो देखने वालो
पास तो आओ दिल से लगालो
आज है मौका अरमान मिटालो

राधे स्याम

अपना आशिक
अपना आशिक तुम्हे को तुम्ही को बनाया रे
अपना आशिक तुम्हे को तुम्ही को बनाया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे

नाम मेरा... चारो तरफ
शोर मेरा... चारो तरफ
जिसने भी देखा मेरा नजारा
हर कोई बोला मारा रे मारा
जान से प्यारा मेरा इशारा

राधे स्याम

अपनी चुट्की पे
अपनी चुट्की पे सबको नचाया रे
अपनी चुट्की पे सबको नचाया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




सितारे डूबने लगे हाय सिसकियाँ ले कर
चिराग बुझने लगे हाय हिचकियाँ ले कर
ओ ओ

कोयल खडक के मस्त करे जब अलाप से
दिल के वलवले दब जायेंगे तबले की थाप

शाम इ फुरक़त शमे फुरकर का ढल गया सया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे

मेरी अदा सबसे जुद लोग हुए मुझपे फ़िदा
नूर न देखो देखने वालो
पास तो आओ दिल से लगालो
आज है मौका अरमान मिटालो

राधे स्याम

अपना आशिक
अपना आशिक तुम्हे को तुम्ही को बनाया रे
अपना आशिक तुम्हे को तुम्ही को बनाया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे

नाम मेरा... चारो तरफ
शोर मेरा... चारो तरफ
जिसने भी देखा मेरा नजारा
हर कोई बोला मारा रे मारा
जान से प्यारा मेरा इशारा

राधे स्याम

अपनी चुट्की पे
अपनी चुट्की पे सबको नचाया रे
अपनी चुट्की पे सबको नचाया रे
आने वाला सजन नहीं आया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
शाम इ फुरक़त का ढल गया सया रे
[ Correct these Lyrics ]
Writer: JAIKSHAN SHANKAR, JAIPURI HASRAT
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet