[ Featuring ]
सोचके ये गगन झूमे
सोचके ये गगन झूमे
अभी चाँद निकल आएगा
झिलमिल चमकेंगे तारे
सोचके ये गगन झूमे
चाँद जब निकल आएगा
देखेगा ना कोई गगन को
चाँद को ही देखेंगे सारे
चाँद जब निकल आएगा
फूल जो खिले ना तो कैसे
ओ ओ फूल जो खिले ना तो कैसे
बागों में आए बहार
ओ ओ दीप ना जले तो साँवरिया
कैसे मिटे अँधकार
रात देखो कितनी है काली
अभी चाँद निकल आएगा
झिलमिल चमकेंगे तारे
सोचके ये गगन झूमे
चाँद से भी तुम हसीन हो,
चाँद से भी तुम हसीन हो नज़दीक आओ ज़रा
ओ ओ चाँद के निकलने तलक तो,
तुम जगमगाओ ज़रा
रात देखो कितनी है काली
अभी चाँद निकल आएगा
झिलमिल चमकेंगे तारे
सोचके ये गगन झूमे