सूरज सोया सोए उजाले मेरा चाँद जागे
आजा आजा री आ निंदिया तू आ
सूरज सोया सोए उजाले मेरा चाँद जागे
आजा आजा री आ निंदिया तू आ
कैसे कहु क्यू धूल मिला रे मेरे प्यार का मोती
कैसे कहु क्यू धूल मिला रे मेरे प्यार का मोती
आई बेरहम आँधी ऐसी दूर आ पड़े है घर से
भरके रीत की जोती निंदिया मेरा चाँद जागे
आजा आजा री आ निंदिया तू आ
क्या जानू आकाश है कितने गगन मे तारा कितना
क्या जानू आकाश है कितने गगन मे तारा कितना
पगली ममता बस ये जाने
गोद मे आके गिरे जो वो तारा है अपना
निंदिया मेरा चाँद जागे
आजा आजा री आ निंदिया तू आ
दूर से निंदिया तू क्या देखे मेरा भीगता मुखड़ा
दूर से निंदिया तू क्या देखे मेरा भीगता मुखड़ा
घाव देख छाती के मेरे जोड़ ना साकु मैं तन से
अपने ही टन का टुकड़ा निंदिया मेरा चाँद जागे
आजा आजा री आ निंदिया तू आ
सूरज सोया सोए उजाले मेरा चाँद जागे
आजा आजा री आ निंदिया तू आ