तन्हाई में दिल घबराये और
मचाये शोर अकेले अब तो
रहा न जाये
आय रे तन्हाई में दिल घबराये और
मचाये शोर अकेले अब तो
रहा न जाये
आय रे तन्हाई में
मैने तुझसे सपने मांगे
तूने मेरी नींद चुरा ली
जब चाहा दीदार तेरा तो तूने
आँख छुपा ली
बेबस जियरा मूक
बेबस जियरा मूक
अकेले अब तो रहा न जाये
आय रे तन्हाई में
जब पहले पहले सजना
मोरे नैना तो सन्ग लागे
प्रीत मिली मन में अंगड़ाई
सोये अरमा जागे
बाँधी ऐसी डोर
बाँधी ऐसी डोर
अकेले अब तो रहा न जाये
आय रे तन्हाई में दिल घबराये और
मचाये शोर अकेले अब तो
रहा न जाये अकेले अब तो
रहा न जाये