तुम ऐसे कहाँ तक छुपोगे राजा जानी
तुम ऐसे कहाँ तक छुपोगे राजा जानी
मैं कुछ न बोलूं तो ये मेरी मेहरबानी
छोडो ये छेड़ खानी
जानी नहीं मानी बात तो
थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
नही थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
तुम ऐसे कहाँ तक छुपोगे राजा जानी
मैं कुछ न बोलूं तो ये मेरी मेहरबानी
छोडो ये छेड़ खानी
जानी नहीं मानी बात तो
थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
थाने थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
नयी नयी सूरत बदलते ही रहना
नयी नयी सूरत बदलते ही रहना
चितचोर मेरे तुम्हारा क्या कहना
चितचोर मेरे तुम्हारा क्या कहना
देखो जी तन को न हाथ लगाना
छूना मेरी कलाई नहीं सजना
छूना मेरी कलाई नहीं सजना
अभी अभी हथकडी लगवाय दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
नही थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
तुम ऐसे कहाँ तक छुपोगे राजा जानी
भरी जो शरारत तुम्हारी नस नस में
भरी जो शरारत तुम्हारी नस नस में
मै भी हु छलिया अनोखी आठ दस में
मै भी हु छलिया अनोखी आठ दस में
एक तो है आफ़त चुनरिया का फंदा
दूजे मुंसी दरोगा मेरे बस में
दूजे मुंसी दरोगा मेरे बस में
यही फंदा गले में बँधवाय दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
थाने थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी
थाने थाने में रपट लिखवाई दूंगी
ज्यादा बोले तो देखो पकड़ वाये दूंगी