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Unse Nazren Milin Video (MV)






Lata Mangeshkar - Unse Nazren Milin Lyrics
Official




[ Featuring Minoo Purushottam ]

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
ज़िन्दगी में हसीं इन्किलाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

आए
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
हमको मालूम न था ऐसे भी दिन आएंगे
आईना देखे तो आप अपने से शर्मायेंगे

हमको मालूम न था ऐसे भी दिन आएंगे
आईना
आईना देखे तो हाय हाय
आप अपने से शर्मायेंगे

बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
आज जाना कि सचमुच शबाब आ गया
आज जाना कि सचमुच शबाब आ गया

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

आँख झुकती है क्यूँ सांस रूकती है क्यों
आँख झुकती है क्यूँ सांस रूकती है क्यों
इन सवालों का खुद से जवाब आ गया
इन सवालों का खुद से जवाब आ गया

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

दिल के आने को हम किस तरह रोकते
दिल के आने को हम किस तरह रोकते
जिसपे आना था काना ख़राब आ गया (जिसपे आना था काना ख़राब आ गया)
जिसपे आना था काना ख़राब आ गया (जिसपे आना था काना ख़राब आ गया)

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

ज़िन्दगी में हसीं इन्किलाब आ गया
[ Correct these Lyrics ]

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उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
ज़िन्दगी में हसीं इन्किलाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

आए
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
हमको मालूम न था ऐसे भी दिन आएंगे
आईना देखे तो आप अपने से शर्मायेंगे

हमको मालूम न था ऐसे भी दिन आएंगे
आईना
आईना देखे तो हाय हाय
आप अपने से शर्मायेंगे

बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
आज जाना कि सचमुच शबाब आ गया
आज जाना कि सचमुच शबाब आ गया

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

आँख झुकती है क्यूँ सांस रूकती है क्यों
आँख झुकती है क्यूँ सांस रूकती है क्यों
इन सवालों का खुद से जवाब आ गया
इन सवालों का खुद से जवाब आ गया

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

दिल के आने को हम किस तरह रोकते
दिल के आने को हम किस तरह रोकते
जिसपे आना था काना ख़राब आ गया (जिसपे आना था काना ख़राब आ गया)
जिसपे आना था काना ख़राब आ गया (जिसपे आना था काना ख़राब आ गया)

उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया

ज़िन्दगी में हसीं इन्किलाब आ गया
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Madan Mohan, Sahir Ludhianvi
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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