[ Featuring Mohammed Rafi ]
आ आ आ ओ ओ
वो जब याद आये, बहोत याद आये
वो जब याद आये, बहोत याद आये
ग़म-ए-जिन्दगी के, अँधेरे में हमने
चिराग-ए-मोहब्बत जलाए, बुझाए
वो जब याद आये, बहोत याद आये
आहटे जाग उठी, रास्ते हँस दिए
थामकर दिल उठे, हम किसी के लिए
कई बार ऐसा भी धोखा हुआ है
चले आ रहे है, वो नज़रे झुकाए
वो जब याद आये, बहोत याद आये
वो जब याद आये, बहोत याद आये
ग़म-ए-जिन्दगी के, अँधेरे में हमने
चिराग-ए-मोहब्बत जलाए, बुझाए
वो जब याद आये, बहोत याद आये
दिल सुलगने लगा, अश्क बहने लगे
जाने क्या क्या हमे लोग कहने लगे
मगर रोते रोते हँसी आ गयी है
खयालों में आ के वो जब मुस्कुराये
वो जब याद आये, बहोत याद आये
वो जुदा क्या हुए, जिन्दगी खो गयी
शम्मा जलती रही, रोशनी खो गयी
बहूत कोशिशें की मगर दिल ना बहला
कई साज छेड़े, कई गीत गाए
वो जब याद आये, बहोत याद आये
वो जब याद आये, बहोत याद आये