[ Featuring S.P. Balasubrahmanyam ]
ये बादल आसमा पे क्यू छाए है
ये बादल आसमा पे क्यू छाए है
ताकि हम दोनो प्रेमी के बीच रहे ना दूरी
ये प्यार भरा संदेशा लाए है
ओ ये पंछी उड़ते उड़ते क्या कह रहे है
ये पंछीउड़ते उड़ते क्या कह रहे है
अपनी भाषा मे बोले हम भेद जिया के खोले
ये प्यार जताने के दिन आए है
गालो की ये लाली फुलो ने चुरा ली
इन ज़ुल्फो की रंगत से हुई घटाए काली
गालो की ये लाली फुलो ने चुरा ली
इन ज़ुल्फो की रंगत से हुई घटाए काली
चाल पे तेरी जानेजाना झूमे डाली डाली
ये सावन मन मे कैसी प्यास जगाए है
ये सावन मन मे कैसी प्यास जगाए है
खेलो ना आँख मिचौली
इतनी ना बनो तुम भोली
दिल आग बुझाने के अब आए है
ला ला ला ला हम
हो हो हो ला ला ला
नीचे बहती नादिया उपर है पहाड़ी
ना जाने क्यू फिसले मेरे गोरे तन से साड़ी
नीचे बहती नादिया उपर है पहाड़ी
ना जाने क्यू फिसले मेरे गोरे तन से साड़ी
टुकूर टुकूर क्यू देखे मोरा बलमा अनाड़ी
ये आँचल हवओ मे क्यू लहराए है
ये आँचल हवओ मे क्यू लहराए है
ये कहता है लहरा के ले जा डोली घर आके
अब मेहंदी रचने के दिन आए है
अब मेहंदी रचने के दिन आए है
ओ अब मेहंदी रचने के दिन आए है