[ Featuring Mohammed Rafi ]
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें
तस्सवुर में कोई बस्ता नहीं हम क्या करें
तुम्ही केह दो अब ऐ जान-ए-वफ़ा हम क्या करें
लुटे दिल में दीया जलता नहीं हम क्या करें
तुम्ही केह दो अब ऐ जान-ए-अदा हम क्या करें
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करे
किसी के दिल में बस के दिल को तड़पाना नहीं अच्छा
किसी के दिल में बस के दिल को तड़पाना नहीं अच्छा
निगाहों को छलकते देखके छुप जाना नहीं अच्छा
उम्मीदों के खिले गुलशन को झुलसाना नहीं अच्छा
हमें तुम बिन कोई जचता नहीं हम क्या करें
तुम्ही केह दो अब ऐ जान-ए-वफ़ा हम क्या करें
लुटे दिल में दिया जलता नहीं हम क्या करें
मोहब्बत कर तो ले लेकिन मोहब्बत रास आये भी
मोहब्बत कर तो ले लेकिन मोहब्बत रास आये भी
दिलों को बोझ लगते है कभी ज़ुल्फ़ों के साये भी
हज़ारों ग़म हैं इस दुनिया में अपने भी पराये भी
मोहब्बत ही का ग़म तनहा नहीं हम क्या करें
तुम्ही केह दो अब ऐ जान-ए-अदा हम क्या करें
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करे
बुझा दो आग दिल की या इससे खुल कर हवा दे दो
बुझा दो आग दिल की या इससे खुल कर हवा दे दो
जो इसका मोल दे पाएं उसे अपनी वफ़ा दे दो
तुम्हारे दिल में क्या है बस हमें इतना पता दे दो
के अब तनहा सफ़र कटता नहीं हम क्या करें
लुटे दिल में दीया जलता नहीं हम क्या करें
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करे