[ Featuring Suresh Wadkar ]
ये आँखें देख कर हम सारी दुनिया भूल जाते है
ये आँखें देख कर हम सारी दुनिया भूल जाते है
इन्हे पाने की
इन्हे पाने की धुन मे हर तमन्ना भूल जाते है
तुम अपनी महकी महकी जुल्फ के पेचों को कम कर दो
तुम अपनी महकी महकी जुल्फ के पेचों को कम कर दो
मुसाफिर इनमे घिरकर अपना रास्ता भूल जाते
भूल जाते है
ये आँखे देख कर हम सारी दुनिया भूल जाते है
ये बाहें जब हमे अपनी पनाहों मे बुलाती है
ये बाहें जब हमे अपनी पनाहों मे बुलाती है
हमे अपनी कसम
हमे अपनी कसम हम हर सहारा भूल जाते है
तुम्हारे नर्म-ओ-नाज़ुक होंठ जिस दम मुस्कराते है
तुम्हारे नर्म-ओ-नाज़ुक होंठ जिस दम मुस्कराते है
बहारें झेपति फूल खिलना भूल जाते है
ये आँखें देख कर हम सारी दुनिया भूल जाते है
बहुत कुछ तुमसे कहने की तमन्ना दिल मे रखते है
बहुत कुछ तुमसे कहने की तमन्ना दिल मे रखते है
मगर जब सामने आते हो तो कहना भूल जाते है
मुहब्बत मे ज़ुबान चुप हो तो आँखे बात करती है
मुहब्बत मे ज़ुबान चुप हो तो आँखे बात करती है
ये कह देती है वो बाते जो कहना भूल जाते है
ये आँखे देख कर हम सारी दुनिया भूल जाते है
ये आँखे देख कर हम सारी दुनिया भूल जाते है