हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म
ये नीर कहा से बरसे है
ये बद्री कहा से आई है
ये नीर कहा से बरसे है
ये बद्री कहा से आई है
ये बद्री कहा से आई है
गहरे गहरे नाले
गहरा गहरा पानी रे
गहरे गहरे नाले
गहरा पानी रे
गहरे मन की चाह अंजानी रे
जग की भूल-भुलय्या मे
जग की भूल-भुलय्या मे
कुंज कोई बोराई है
ये बद्री कहा से आई है
चीड़ो के संग आहे भर ली
चीड़ो के संग आहे भर ली
आग चनार की माँग मे धर ली
बुझ ना पाए रे बुझ ना पाए रे
बुझ ना पाए रे राख में भी जो
ऐसी अगन लगाई है
ये बद्री कहा से आई है
पंछी पगले कहा घर तेरा रे
पंछी पगले कहा घर तेरा रे
भूल ना जइयो अपना बसेरा रे
कोयल भूल गयी जो घर
कोयल भूल गयी जो घर
वो लौट के फिर कब आई है
वो लौट के फिर कब आई है
ये नीर कहा से बरसे है
ये बद्री कहा से आई है
हम्म हम्म हम्म हम्म