हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
मैं हूँ प्यार का मुसाफिर
दिल खुश है आज मेरा
जहाँ मिले मोहब्बत
वहीं मेरा बसेरा
मुझको मिले सफ़र में
कुछ धूप कुछ सवेरा
यह आरज़ू है पाऊँ
कुछ छाँव कुछ सवेरा
मंज़िलें मेरी, दूर हैं कहीं
लगता नहीं दिल मेरा यहाँ
मुझे जाने दो वहाँ
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
जहाँ होता हो सवेरा
किले उन मिले दिल तेरा
ना हो गम ना डर किसी का
और साथी होगा मेरा
ऐसी ही खुशी, मिले हर कहीं
संभले कदम मेरे यहाँ
मुझे जाने दो वहाँ
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
मुझ को तो यह यकीन है
मंज़िल मेरी करीब है
जो ढूँढे मेरा दिल
आस पास यहीं कहीं है
चाहतें मेरी, पूरी हो गयी
मिल गया मुझे वो आशियाँ
मुझे जाने दो वहाँ
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म