मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
उम्मीद की कली खिलके फूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
कितना हसी मगर तोहफा हमें मिला
कीमत हमारे प्यार की वसूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
अबके बहार में दिल मेरा खिल गया
हो अबके बहार में दिल मेरा खिल गया
जिसकी थी आरज़ू वो मुझको मिल गया
जन्नत मेरे लिए अब फ़िज़ूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
उम्मीद की कली खिलके फूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी