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Mahendra Kapoor - Mangi Thi Ek Lyrics



Mahendra Kapoor - Mangi Thi Ek Lyrics
Official




मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
उम्मीद की कली खिलके फूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी

हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
कितना हसी मगर तोहफा हमें मिला
कीमत हमारे प्यार की वसूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी

अबके बहार में दिल मेरा खिल गया
हो अबके बहार में दिल मेरा खिल गया
जिसकी थी आरज़ू वो मुझको मिल गया
जन्नत मेरे लिए अब फ़िज़ूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
उम्मीद की कली खिलके फूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
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मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
उम्मीद की कली खिलके फूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी

हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
कितना हसी मगर तोहफा हमें मिला
कीमत हमारे प्यार की वसूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी

अबके बहार में दिल मेरा खिल गया
हो अबके बहार में दिल मेरा खिल गया
जिसकी थी आरज़ू वो मुझको मिल गया
जन्नत मेरे लिए अब फ़िज़ूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
उम्मीद की कली खिलके फूल हो गयी
मांगी थी एक दुआ जो कुबूल हो गयी
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Writer: ANAND BAKSHI, R D BURMAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mahendra Kapoor - Mangi Thi Ek Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mahendra Kapoor
Length: 4:25
Written by: ANAND BAKSHI, R D BURMAN

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