ह्म ह्म ह्म
मन को पिंजरे में न डालो
मन का कहना मत टालो
मन को पिंजरे में न डालो
मन का कहना मत टालो
अरे मन तो एक उड़ता पंछी
जितना उडे उड़ालो
मन को
मन को पिंजरे में न डालो
मन का कहना मत टालो
कहते हे के प्यार ना करो
अरे भाई प्यार और ना करो
मन जो काहे के प्यार करो
एक बार नहीं सौ बार करो
क्यूँ के प्यार दिया उसने निभाने के लिए
अजी प्यार दिया उसने निभाने के लिए
रूप दिया सिर्फ दिखने के लिए
आँखे बनाई है लड़ने के लिए
तो दिल दिया उसने मिलाने के लिए
अरे प्यार एक पुण्य है प्यार है जाप
नहीं होता तो भी करो अपने आप
प्यार कोई पाप नहीं प्यार है मिलाप
प्यार बिना जीवन है total flop
पुण्य पाप के चक्कर में
कोई पड़ के सके न बच
क्यों रे चेले झूठ कहा
नहीं गुरु जी सच
Thank you very much
मन को पिंजरे में न डालो
मन का कहना मत टालो
मन को पिंजरे में न डालो
तो कहते हे के मदिरा ना पियो
अरे भाई क्यूँ क्यूँ ना पियो
मन कहे अगर Whiskey पियो
फिर जिसकी मिले तुम उसकी पियो
अरे पिने की चीज़ है ये करो मत गम
भई पिने की चीज़ है ये करो मत गम
कभी नहीं सोचना के ठर्रा या रम
इतनी पियो के उखड जाये दम
बाटली मिले तो बाटली ख़तम
अरे जब Whiskey से मन भर जायेगा
भर जायेगा तो तौबा कर जायेगा
मन पे जो कोई काबू कर जायेगा
भव सागर से वो तर जायेगा
मोटी अकल वाले न समझे
मेरी बात बारीक़ है
क्यों चेले जी ग़लत कहा
नहीं गुरु जी ठीक है
ह्म ह्म
मन को पिंजरे में न डालो
मन का कहना मत टालो
अरे मन तो एक उड़ता पंछी
जितना उडे उड़ालो
मन को
मन को पिंजरे में न डालो
मन का कहना मत टालो