खुशियों के दीप जलाएंगे
खुशियों के दीप जलाएंगे
सपनों के फूल खिलाएंगे
सपनों के फूल खिलाएंगे
मिटने ना देंगे इस घर को इस घर पर हम मिट जाएंगे
इस घर पर हम मिट जाएंगे
ऐ माँ
ऐ माँ
तेरे बच्चे तेरी सौगंध उठा कर कहते हैं
लोग जहां पर रहते हैं
उस जगह को वो घर कहते हैं
हम इस घर में रहते हैं
इसे प्यार का मंदिर कहते हैं