[ Featuring Amit Kumar ]
बड़े बड़े लोगों के यार
बड़े बड़े है राज़
बड़े बड़े लोगों के यार
बड़े बड़े है राज़
अपना क्या है हम तो है
मामूली फंदे बाज़
अरे मामूली मामूली क्या
फंदे बाज़ फंदे बाज़
बड़े बड़े लोगों के यार
बड़े बड़े है राज़
अपना क्या है हम तो है
मामूली फंदे बाज़
बड़े बड़े लोगों के यार (बड़े बड़े लोगों के यार)
बड़े बड़े है राज़ (बड़े बड़े है राज़)
हम नही खाते चलता
और है अपना धंधा
अपने आप फसे सब जिसमे
अपना है वो फंडा
है धोखा वो देते है
जो होते है धोखेबाज
बड़े बड़े लोगों के यार (बड़े बड़े लोगों के यार)
बड़े बड़े है राज़ (बड़े बड़े है राज़)
अपना क्या है हम तो है (अपना क्या है हम तो है)
मामूली फंदे बाज़ (मामूली फंदे बाज़)
हो उनसे भी मिलते है और इनसे भी मिलते है
फूल नहीं हम सिर्फ़ गुलिस्तानो में खिलते है
हम उसके हो जाए जो भी दे आवाज़
बड़े बड़े लोगों के यार (बड़े बड़े लोगों के यार)
बड़े बड़े है राज़ (बड़े बड़े है राज़)
अपना क्या है हम तो है (अपना क्या है हम तो है)
मामूली फंदे बाज़ (मामूली फंदे बाज़)
गोरे है या काले हम है भोले भाले अच्छा
जैसा अपना चेहरा वैसा
दिल सुन ले जग वाले
ओ हम सबसे खुश है
लेकिन हमसे सब नाराज़ क्यों
बड़े बड़े लोगों के यार (बड़े बड़े लोगों के यार)
बड़े बड़े है राज़ (बड़े बड़े है राज़)
अपना क्या है हम तो है (अपना क्या है हम तो है)
मामूली फंदे बाज़ (मामूली फंदे बाज़)
बड़े बड़े लोगों के यार (बड़े बड़े लोगों के यार)
बड़े बड़े है राज़ (बड़े बड़े है राज़)
अपना क्या है हम तो है (अपना क्या है हम तो है)
मामूली फंदे बाज़ (मामूली फंदे बाज़)