Back to Top

Dharti Kahe Pukar Ke Video (MV)






Mohammed Rafi - Dharti Kahe Pukar Ke Lyrics
Official




ओ हो ओ ओ ओ

ओ ओ ओ ओ ओ

धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के
हो मुझको चाहने वाले
किसलिए बैठा हार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के

है अजब सी बात जिस पे
मुझको हंसना आए
है अजब सी बात जिस पे
मुझको हंसना आए
जो मुझि से है वो
मेरी माटी से शरमाए
आ पास मेरे मतवाले
भरम ये क्यों बेकार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के

आबरू जग मै उसकी
जो बस इतना जाने
आबरू जग मै उसकी
जो बस इतना जाने
हल चले एक हाथ में
इक हाथ कलम को थामे
फिर तुज पे शीश झुकेगे सारे ही संसार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के
ओ मुझको चाहने वाले
किसलिए बैठा हार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




ओ हो ओ ओ ओ

ओ ओ ओ ओ ओ

धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के
हो मुझको चाहने वाले
किसलिए बैठा हार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के

है अजब सी बात जिस पे
मुझको हंसना आए
है अजब सी बात जिस पे
मुझको हंसना आए
जो मुझि से है वो
मेरी माटी से शरमाए
आ पास मेरे मतवाले
भरम ये क्यों बेकार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के

आबरू जग मै उसकी
जो बस इतना जाने
आबरू जग मै उसकी
जो बस इतना जाने
हल चले एक हाथ में
इक हाथ कलम को थामे
फिर तुज पे शीश झुकेगे सारे ही संसार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के
ओ मुझको चाहने वाले
किसलिए बैठा हार के
मेरा सब कुछ उसी का है
जो छू ले मुझको प्यार से
धरती कहे पुकार के
धरती कहे पुकार के
[ Correct these Lyrics ]
Writer: LAXMIKANT PYARELAL, MAJROOH SULTANPURI
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet