कौन ये आया महफ़िल में
बिजली सी चमकी दिल में
उजला मुखड़ा काला तिल
होठ गुलाबी जैसे दिल
रंग ये बदन तौबा तौबा
तू न मिली तो क्या होगा
हाय ओ ओ दिलरूबा मेरी निता
लेके मरे दिल ये तूने
आंख झुकाली क्यूं तूने
तूने यही सोचा होगा
सुनती है महफ़िल क्या होगा
क्या होगा ये किसको पड़ी
होश कहा जब आँख लड़ी
आँख लड़ी दिल हार दिया
तेरी अदा ने मार दिया
हाय ओ ओ दिलरूबा मेरी निता
प्यार किया है तो फिर निभाना
आज खुल के यूँ आंख मिलाना
देखता रहे गम ये ज़माना
हो ओ हो ओ हो ओ ओ ओ ओ ओ
जैसे गिरे शम्मा पे परवाना
तू भी आजा क्या करेगा ज़माना
जैसे कोई टूटता है सितारा
झूम के आ थाम ले हाथ हमारा
जैसे कोई उठे मौज बलखा के
आजा आजा अभी जा लेहरा के
हाय ओ ओ दिलरूबा मेरी निता
तू जो है मेरी बाहों में
जलते हैं दीपक राहो में
जलते हैं दीपक राहो में
खाबो की बस्ती है ज़मी
आज है दुनिया कितनी हसीं
आज है दुनिया कितनी हसीं
दिल से दिल का साथ रहे
जीवन भर ये रात रहे
दिल से दिल का साथ रहे
जीवन भर ये रात रहे
हाय ओ ओ दिलरूबा मेरी निता हाय मेरी निता हाय मेरी निता (ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म)