हम जब चले तो ये जहाँ झूमे
आरज़ू हमारी आस्मा को चूमे ओहोहोहो
हम जब चले तो ये जहाँ झूमे
आरज़ू हमारी आस्मा को चूमे ओहोहोहो
हम जब चले तो
हम नए जहाँ के पास्पा
हम नयी बहार के राज़दा
हम हंसे तो हंस पड़े हर कली
हम चले तो चल पड़े जिंदगी
सारे नज़ारों में फूलों में तारो में
हमने ही जादू भरा
हम जब चले तो ये जहाँ झूमे (ओहो ओहो)
आरज़ू हमारी आस्मा को चूमे ओहोहोहो (ओहो ओहो हम्म)
हम जब चले तो
हमसे है फिज़ाओ में रंगो बू
हम है इस जमीं की आरज़ू
नदियों की रागिनी हमसे है
हर तरग ये ताजग़ी हमें है
सारे नज़ारों में फूलों में तारो में
हमने ही जादू भरा
हम जब चले तो
दूर हो गयी सभी मुश्किलें
खीच के पास आ गयी मंज़िले
देख के शबाब के होंसले
खुद ब खुद सिमट गए फांसले
सारे नज़ारों में फूलों में तारो में
हमने ही जादू भरा
हम जब चले तो ये जहाँ झूमे (तू रु रु)
आरज़ू हमारी आस्मा को चूमे ओहोहोहो (ओहो ओहो हम्म)
हम जब चले तो