ए हसि ए महजबीं रूठ कर जाना नहीं
हसीन जुल्फों का रंग दे दो
जवान रुख का निखार दे दो
हसीन जुल्फों का रंग दे दो
जवान रुख का निखार दे दो
कुछ और तुमको हसि बना दू
अगर मुझे इख़्तियार दे दो
हसीन जुल्फों का रंग दे दो
ये मस्त आँखे ये लब गुलाबी
महकती सांसें नजर शराबी
ये मस्त आँखे ये लब गुलाबी
महकती सांसें नजर शराबी
महकती सांसें नजर शराबी
लुटा के मुझ पर ये सब खजाने
मुझे ख़ुशी की बहार दे दो
कुछ और तुमको हसि बना दू
अगर मुझे इख़्तियार दे दो
हसीन जुल्फों का रंग दे दो
ये नाज़ो अंदाज़ छोड़ भी दो
न यु सताओ करीब आओ
ये नाज़ो अंदाज़ छोड़ भी दो
न यु सताओ करीब आओ
न यु सताओ करीब आओ
तड़पते सीने पे हाथ रख दो
धड़कते दिल को क़रार दे दो
कुछ और तुमको हसि बना दू
अगर मुझे इख़्तियार दे दो
हसीन जुल्फों का रंग दे दो
लगा के काजल रचा के मेहँदी
मेरे ही गुलशन में आओगे तुम
लगा के काजल रचा के मेहँदी
मेरे ही गुलशन में आओगे तुम
मेरे ही गुलशन में आओगे तुम
जरा मैं खुद को भी अब सजा लू
तुम अपनी बाहों का हार दे दो
कुछ और तुमको हसि बना दू
अगर मुझे इख़्तियार दे दो
हसीन जुल्फों का रंग दे दो
जवान रुख का निखार दे दो
हसीन जुल्फों का रंग दे दो