हाय तबस्सुम तेरा
हाय तबस्सुम तेरा
धूप खिल गई रात में
या बिजली गिरी बरसात में
हाय तबस्सुम तेरा
हाय तबस्सुम तेरा
पलकों की चिलमन उठाना
धीरे से ये मुस्कराना
पलकों की चिलमन उठाना
लब जो हिले ज़ुल्फ़ों तले छाया गुलाबी अँधेरा
हाय तबस्सुम तेरा
धूप खिल गई रात में
या बिजली गिरी बरसात में
हाय तबस्सुम तेरा
हाय तबस्सुम तेरा
रोको न अपनी हँसी को
जीने दो वल्लाह किसी को
रोको न अपनी हँसी को
तेरी हँसी जो रुक गई रुक जाएगा साँस मेरा
हाय तबस्सुम तेरा
धूप खिल गई रात में
या बिजली गिरी बरसात में
हाय तबस्सुम तेरा
हाय तबस्सुम तेरा