जब से आँखे हो गयी तुमसे चार इस धरती पर
जब से आँखे हो गयी तुमसे चार इस धरती पर
कदम कदम पर मचल रहा है प्यार इस धरती पर
जब से आँखे हो गयी तुमसे चार इस धरती पर
जब जब देखु रूप तुम्हारा याद वतन की आये
जब जब देखु रूप तुम्हारा याद वतन की आये
जैसे मीरा एक तारे पे गीत शाम के गए
जैसे मीरा एक तारे पे गीत शाम के गए
अमर प्यार के छेडे तुमने तार इस धरती पर
अमर प्यार के छेडे तुमने तार इस धरती पर
जब से आँखे हो गयी तुमसे चार इस धरती पर
लहरा कर तुम इन बाहों में आ जाती हो ऐसे
लहरा कर तुम इन बाहों में आ जाती हो ऐसे
बहती बहती नदिया सागर से मिल जाये जैसे
बहती बहती नदिया सागर से मिल जाये जैसे
कहा से आई ये गंगा की धार इस धरती पर
कहा से आई ये गंगा की धार इस धरती पर
जब से आँखे हो गयी तुमसे चार इस धरती पर
झुकी झुकी ये लम्बी पलकें ये जुल्फों की छाँव
झुकी झुकी ये लम्बी पलकें ये जुल्फों की छाँव
बसा हुआ है इस चाव में रंग रूप का गाँव
बसा हुआ है इस चाव में रंग रूप का गाँव
बन जाओ अब मेरे गले हा हार इस धरती पर
बन जाओ अब मेरे गले हा हार इस धरती पर
जब से आँखे हो गयी तुमसे चार इस धरती पर
कदम कदम पर मचल रहा है प्यार इस धरती पर