जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
वो ये केहते है आवारा है दीवाना है
जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
वो ये कहते है आवारा है दीवाना है
फुलों सा चेहरा है शर्मीली आँखे है
नुकीली पलके हाए दिल को चारति है
देख के बाल खाई
ये काली ज़ूलफे देखो बदली हवाए ज़माने की
ये सज़ा है सुनो दिल लगाने की
जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
वो ये कहते है आवारा है दीवाना है
दिलरुबा ये हँसी चाँद भी ढ़ल गया
ये बाहें तरसे सांसो की गर्मी से
तन बदन जल गया ये आँखे तरसे
देखो मांगी दुआ जिन्हे पाने की
वो ही बाते करे है जलाने की
जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
जिनकी तस्वीर निगाहों मे लिए फिरता हूं
वो ये कहते है आवारा है दीवाना है