ओ ओ खिलौना, जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो
खिलौना, जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो
ओ ओ मुझे इस, हाल मे किसके सहारे छोड़ जाते हो
खिलौना, जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो
खुदा का वास्ता देकर मनालूं दूर हूँ लेकिन
तुम्हारा रास्ता में रोक लूँ मजबूर हूँ लेकिन
के में चल भी नही सकता हूँ और तुम दौड़ जाते हो
ओ ओ, खिलौना, जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो
गीला तुमसे नही कोई, मगर अफ़सोस तोड़ा है
के जिस गम ने मेरा दामन बड़ी मुश्किल से छोड़ा है
उसी गम से मेरा फिर आज रिश्ता जोड़ जाते हो
ओ ओ , खिलौना
मेरे दिल से ना लो बदला ज़माने भर की बातो का
ठहर जाओ सुनो मेहमान हूँ में चंद रातो का
चले जाना अभी से किस लिए मुंह मोड़ जाते हो
ओ ओ खिलौना, जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो