Back to Top

Mohammed Rafi - O Door Ke Musafir Lyrics



Mohammed Rafi - O Door Ke Musafir Lyrics
Official




चले आज तुम जहा से, हुई ज़िंदगी पराई (आ आ)
तुम्हे मिल गया ठिकाना, हमे मौत भी ना आई (आ आ)

आ आ आ आ

ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले
ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले

आ आ आ आ (ओ ओ ओ ओ)

तूने वो दे दिया गम, बे मौत मर गये हम
दिल उठ गया जहा से, ले चल हमे यहा से
ले चल हमे यहा से
किस काम की ये दुनिया जो ज़िंदगी से खेले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले

आ आ आ आ (ओ ओ ओ ओ)

सुनी है दिल की राहें, खामोश है निगाहे
नाकाम हसरतो का उठने को है जनाज़ा
उठने को है जनाज़ा
चारो तरफ लगे है बरबाड़ियो के मेले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले
ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले रे (ओ ओ)
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले (ओ ओ)
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




चले आज तुम जहा से, हुई ज़िंदगी पराई (आ आ)
तुम्हे मिल गया ठिकाना, हमे मौत भी ना आई (आ आ)

आ आ आ आ

ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले
ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले

आ आ आ आ (ओ ओ ओ ओ)

तूने वो दे दिया गम, बे मौत मर गये हम
दिल उठ गया जहा से, ले चल हमे यहा से
ले चल हमे यहा से
किस काम की ये दुनिया जो ज़िंदगी से खेले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले

आ आ आ आ (ओ ओ ओ ओ)

सुनी है दिल की राहें, खामोश है निगाहे
नाकाम हसरतो का उठने को है जनाज़ा
उठने को है जनाज़ा
चारो तरफ लगे है बरबाड़ियो के मेले रे
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले
ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले रे (ओ ओ)
हमको भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले (ओ ओ)
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Naushad, Shakeel Badayuni, BADAYUNI SHAKEEL, SHAKEEL BADAYUNI
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mohammed Rafi - O Door Ke Musafir Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet