कहानी बड़ी सुहानी है राम की अमर कहानी है
रघुपति राघव रामचंद्र की अमर कहानी है
कहानी बड़ी सुहानी है राम की अमर कहानी है
सोने के पालना मे ललना झूलाए
सोने के पालना मे ललना झूलाए
मय्या सुनाए रे लोरिया
नैनो के तारे राम लखन ने
पकड़ी है रेशम की डोरिया
देव लोक से फूल बरसते
गूँजी मंगल वाणी है गूँजी मंगल वाणी है
रघुपति राघव रामचंद्र की अमर कहानी है
कहानी बड़ी सुहानी है राम की अमर कहानी है
इन नन्हे मुन्ने हाथो मे
नन्हे नन्हे तीर कमान
सिख रहे वीरो की विद्या
सीखा रहे गुरु चतुर सूजा न
इन तीरो से आज नही तो
कल पृथ्वी सुख पानी है
जनकपुरी मे हो गया लक्ष्मी का अवतार
हुई सयानी जानकी गूँज उठी जयकार
सिया की गूँज उठी जयकार
ये जनक की लली लेके माला चली साथी पाने
रघु के चरनो मे पूजा सजाने
शिव का धनुष तोड़ने वाले को
माला पहनानी है मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु की
सिया बनी महारानी है सिया बनी महारानी है
रघुपति राघव रामचंद्र की अमर कहानी है
कहानी बड़ी सुहानी है राम की अमर कहानी है
होनहार की लीला चले ना होनहार की लीला
कहा तिलक हो सका राम का
माता ने वर माँगे
नगरी मे छा गयी उदासी भाग्या भूमि के जागे
चले राम बनवास चले राम बनवास
रीत रघुकुल रक्षा की ठानी है