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Mohammed Rafi - Sajan Sajan Pukaroon Lyrics



Mohammed Rafi - Sajan Sajan Pukaroon Lyrics
Official




साजन साजन
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
कभी फूलों में ढूँढू कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आहा के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में

ऐसे रूठा है बेदर्दी कहा ना माने
ऐसे रूठा है बेदर्दी कहा ना माने
मेरे जी के मेरी जाँ की कदर ना जाने
मै उसी जुल्मी के नैना मस्ताने
कभी फुलो मे ढूँढू
फुलो मे ढूँढू कभी कलियो में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आहा के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में

मुझसे कहती है पर्वत पे घटा छा छा के
मुझसे कहती है पर्वत पे घटा छा छा के
हो रामा हँसती है पूरब से हवा आ आ के
वो छुपा है दिल में और ना जा जा के
कभी फूलों में ढूँढू हा
फूलों में ढूँढू कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आहा के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में
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साजन साजन
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
कभी फूलों में ढूँढू कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आहा के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में

ऐसे रूठा है बेदर्दी कहा ना माने
ऐसे रूठा है बेदर्दी कहा ना माने
मेरे जी के मेरी जाँ की कदर ना जाने
मै उसी जुल्मी के नैना मस्ताने
कभी फुलो मे ढूँढू
फुलो मे ढूँढू कभी कलियो में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आहा के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में

मुझसे कहती है पर्वत पे घटा छा छा के
मुझसे कहती है पर्वत पे घटा छा छा के
हो रामा हँसती है पूरब से हवा आ आ के
वो छुपा है दिल में और ना जा जा के
कभी फूलों में ढूँढू हा
फूलों में ढूँढू कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आहा के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में
[ Correct these Lyrics ]
Writer: ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
Copyright: Lyrics © Royalty Network




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