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Samjha Main Qismat Khul Gai Video (MV)




Performed By: Mohammed Rafi
Length: 3:25
Written by: MAJROOH SULTANPURI, RAHUL DEV BURMAN
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Mohammed Rafi - Samjha Main Qismat Khul Gai Lyrics
Official




समझा मैं किस्मत खुल गयी
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी
अरे पहुँचा जब उसकी महफ़िल मे
क्या क्या अर्मा थे दिल के सब रह गये दिल मे
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी

सोच रहा था मैं है मेरी महबूबा
चंदा सा एक टुकड़ा
झुमके देखूँगा चुमके देखूँगा
गोरा गोरा मुखड़ा
सोच रहा था मैं है मेरी महबूबा
चंदा सा एक टुकड़ा
झुमके देखूँगा चुमके देखूँगा
गोरा गोरा मुखड़ा
यही धुन थी बसुँगा मैं
जवा गालो के तिल मैं
क्या क्या अरमान थे दिल में रह गये दिल मैं
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी

देख सिंगर उसका मैं तो यही समझा
है कोई सूरत वाली चेहरे की लाली को
पहॉंच के देखा तो निकली भूधिया काली
देख सिंगर उसका मैं तो यही समझा
है कोई सूरत वाली चेहरे की लाली को
पहॉंच के देखा तो निकली भूधिया काली
दुखी बनके पड़ा हूँ मैं मोहब्बत की मंज़िल में
क्या क्या अर्मा थे दिल के सब रह गये दिल में
समझा मैं किस्मत खुल गयी मुझको राम भूधिया मिल
अरे पहुँचा जब उसकी महफ़िल में क्या क्या अर्मा थे दिल के
सब रह गये दिल में
समझा मैं किस्मत खुल गयी मुझको राम भूधिया मिल गयी
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समझा मैं किस्मत खुल गयी
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी
अरे पहुँचा जब उसकी महफ़िल मे
क्या क्या अर्मा थे दिल के सब रह गये दिल मे
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी

सोच रहा था मैं है मेरी महबूबा
चंदा सा एक टुकड़ा
झुमके देखूँगा चुमके देखूँगा
गोरा गोरा मुखड़ा
सोच रहा था मैं है मेरी महबूबा
चंदा सा एक टुकड़ा
झुमके देखूँगा चुमके देखूँगा
गोरा गोरा मुखड़ा
यही धुन थी बसुँगा मैं
जवा गालो के तिल मैं
क्या क्या अरमान थे दिल में रह गये दिल मैं
समझा मैं किस्मत खुल गयी
मुझको राम भूधिया मिल गयी

देख सिंगर उसका मैं तो यही समझा
है कोई सूरत वाली चेहरे की लाली को
पहॉंच के देखा तो निकली भूधिया काली
देख सिंगर उसका मैं तो यही समझा
है कोई सूरत वाली चेहरे की लाली को
पहॉंच के देखा तो निकली भूधिया काली
दुखी बनके पड़ा हूँ मैं मोहब्बत की मंज़िल में
क्या क्या अर्मा थे दिल के सब रह गये दिल में
समझा मैं किस्मत खुल गयी मुझको राम भूधिया मिल
अरे पहुँचा जब उसकी महफ़िल में क्या क्या अर्मा थे दिल के
सब रह गये दिल में
समझा मैं किस्मत खुल गयी मुझको राम भूधिया मिल गयी
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Writer: MAJROOH SULTANPURI, RAHUL DEV BURMAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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