Back to Top

Mohammed Rafi - Taqdeer Ke Kalam Se Lyrics



Mohammed Rafi - Taqdeer Ke Kalam Se Lyrics
Official




तक़दीर के कलम से
कोई बच न पायेगा
तक़दीर के कलम से
कोई बच न पायेगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
मलिक ने जो लिख दिया है
वो मिट न पाएगा
पेशानी पे लिखा है
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा

चाहने से कभी अर्जु
के फूल न खिले
ख़ुशी के चार दिन भी
ज़िंदगी मैं न मिले

देखि ये प्यार
कितना मजबूर है
मज़िल से पास ाकेभी
मज़िल से दूर है
एक नज़र भर कर पीना
जो देख पाएगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा

किस्मत बिना कोई
किसी को पा नहीं सके
और प्यार को सीने से
भी लगा नहीं सके

मिलाने से पहले ही यहाँ
दिल टूट जाते है सफर से
पहले हमसफ़र छूट जाते है
तक़दीर तुझपे हँसेगी
तू रो न पायेगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
तक़दीर के कलम से
कोई बच न पायेगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




तक़दीर के कलम से
कोई बच न पायेगा
तक़दीर के कलम से
कोई बच न पायेगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
मलिक ने जो लिख दिया है
वो मिट न पाएगा
पेशानी पे लिखा है
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा

चाहने से कभी अर्जु
के फूल न खिले
ख़ुशी के चार दिन भी
ज़िंदगी मैं न मिले

देखि ये प्यार
कितना मजबूर है
मज़िल से पास ाकेभी
मज़िल से दूर है
एक नज़र भर कर पीना
जो देख पाएगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा

किस्मत बिना कोई
किसी को पा नहीं सके
और प्यार को सीने से
भी लगा नहीं सके

मिलाने से पहले ही यहाँ
दिल टूट जाते है सफर से
पहले हमसफ़र छूट जाते है
तक़दीर तुझपे हँसेगी
तू रो न पायेगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
तक़दीर के कलम से
कोई बच न पायेगा
पेशानी पे जो लिखा है
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा
वो पेश आएगा
[ Correct these Lyrics ]
Writer: LAXMIKANT PYARELAL, VARMA MALIK
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mohammed Rafi - Taqdeer Ke Kalam Se Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet