ये भूल हुयी भूले से कभी
हम तेरी तमन्ना कर बैठे
हम तेरी तमन्ना कर बैठे
हम तेरी तमन्ना कर बैठे
पछताता है अब दिल रह रह कर
क्या करना था और क्या कर बैठे
क्या करना था और क्या कर बैठे
क्या करना था और क्या कर बैठे
मालूम न था ले जाएगी
ये दिल की लगी इस मंजिल तक
हम इश्क़ में इतने महेर हुए
काफ़िर को भी सजदा कर बैठे
काफ़िर को भी सजदा कर बैठे
काफ़िर को भी सजदा कर बैठे
क्या तुमने कहा क्या हमने सुना
क्यों राज़ ये खुलता गैरो पर
खुद अपनी जबा हम अपनी
रूश्वाई की चर्चा कर बैठे
रूश्वाई की चर्चा कर बैठे
रूश्वाई की चर्चा कर बैठे
ये भूल हुई कभी भूले से हुई कभी
हम तेरी तमन्ना कर बैठे
हम तेरी तमन्ना कर बैठे
पछताता है अब दिल रह रह कर
क्या करना था और क्या कर बैठे
क्या करना था और क्या कर बैठे