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Mohammed Rafi - Zara Ruk Ja Pyare Lyrics



Mohammed Rafi - Zara Ruk Ja Pyare Lyrics
Official




ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा

बुरा होता है राहों में मचलना अजी अच्छा है रुक रुक चलना
सुन प्यारे इतराये काहे ओ यारो से कतराए काहे
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा

आजा कब से पुकारे तुझे बंदा तेरे दम से चले है मेरा धंधा
आजा तेरी सर्विस करे ओ फिर किस्मत की थैली भर
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा

इन हाथों का जादू जो दिखा दू तुझे घर तक अभी मैं पहुंचा दू
बिगड़ी हो तो बना दे आ जा ओ रूकती हो तो चला दे आजा
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा
ओ ज़रा रुक जा ओ ज़रा रुक जा
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ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा

बुरा होता है राहों में मचलना अजी अच्छा है रुक रुक चलना
सुन प्यारे इतराये काहे ओ यारो से कतराए काहे
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा

आजा कब से पुकारे तुझे बंदा तेरे दम से चले है मेरा धंधा
आजा तेरी सर्विस करे ओ फिर किस्मत की थैली भर
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा

इन हाथों का जादू जो दिखा दू तुझे घर तक अभी मैं पहुंचा दू
बिगड़ी हो तो बना दे आ जा ओ रूकती हो तो चला दे आजा
आस लगाये बैठे है राहों में कब से हम
ओ ज़रा रुक जा प्यारे रुक जा
ओ ज़रा रुक जा ओ ज़रा रुक जा
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Majrooh Sultanpuri, S D Burman
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mohammed Rafi - Zara Ruk Ja Pyare Video
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