जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल दुनिया बड़ी है संगदिल
चाँदनी आई घर जलाने सूझे ना कोई मंज़िल
जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल दुनिया बड़ी है संगदिल
चाँदनी आई घर जलाने सूझे ना कोई मंज़िल
जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल
बन के टूटे यहाँ आरज़ू के महल
ये ज़मीं आसमाँ भी गए हैं बदल
कहती है जिंदगी इस जहाँ से निकल
कहती है जिंदगी इस जहाँ से निकल
जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल दुनिया बड़ी है संगदिल
चाँदनी आई घर जलाने सूझे ना कोई मंज़िल
जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल
हाय इस पार तो आँसुओं की डगर
जाने उस पार क्या हो किसे है ख़बर
ठोकरें खा रही हर क़दम पर नज़र
ठोकरें खा रही हर क़दम पर नज़र
जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल दुनिया बड़ी है संगदिल
चाँदनी आई घर जलाने सूझे ना कोई मंज़िल
जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल