मैं ढूंढता हूँ उनको
रातों को खयालो में
वो मुझको मिल सके न
वो मुझको मिल सके न
सुबह के उजाले में
मैं ढूंढता हूँ उनको
रातों को खयालो में
सुहानी प्यार की बाते
मेरे दिलदार की बाते
कभी इकरार की बातें
कभी इनकार की बाते
एक दर्द सा छुपा है
दिल के हसि छालो में
मैं ढूंढता हूँ उनको
रातों को खयालो में
जो यूँ बर्बाद होते है
वो कब आबाद होते है
दिल ए नाशाद होते है
वो एक फ़रियाद होते है
उलझा हुआ हूं कबसे
उलझा हुआ हूं कबसे
गम के अजीब जालो में
मैं ढूंढता हूँ उनको